शनिवार, 21 सितंबर 2019

कविता, तुम अपने अपनों के लिए हेलमेट पहन लो

     नमस्कार, एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर वर्ष एक लाख से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं इसकी बजह है आम जन में सड़क यातायात नियमों के प्रति जागरूकता की कमी एवं नियम तोड़ने पर दंड का मामुली प्रावधान | यही बजय है कि जब केन्द्र सरकार ने एक सितंबर से नए नियम लागू किए तो बडी मात्रा में लोगों के चालान काटे गए और कुछ लोगों में नए नियमों को लेकर असंतोष भी देखने को मिला | आगामी चुनावों को देखते हुए कुछ राज्य की सरकारों ने इस नए नियम को लागू ही नहीं किया या लागू भी किया तो चालान की राशि बहोत कम करदी | देश का एक जिम्मेदार नागरीक एवं जिम्मेदार शायर होने के नाते मेरा ये मानना है की राज्य की सरकारों को स्वयं की राजनीति से उपर उठकर लोगों के हित में इन नए नियमों को लागू करना चाहिए | इसी विषय पर मेरी ये छोटी सी नयी कविता देखें

तुम अपने अपनों के लिए हेलमेट पहन लो

चाहो तो जेवर समझकर पहन लो
या इसे फैशन कहकर पहन लो
मगर तुम्हें कसम है इनकी
तुम अपने अपनों के लिए हेलमेट पहन लो

ये सड़क केवल तुम्हारी नहीं है
पर जान तुम्हारी अपनी है
यह नियम यह कानून सब तुम्हारे लिए हैं
पहचान तुम्हारी अपनी है
याद रखो घर पर कोई तुम्हारा इंतजार कर रहा है
शराब पीकर वाहन चलाने को कह दो नो
तुम अपने अपनों के लिए हेलमेट पहन लो

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      इस कविता को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |

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