आज हम सभी भारतीयों के लिए गौरव और अपने देश पर गर्व करने का दिन है , हम दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और हमारा संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित एवं निर्मित संविधान है | और आज मै लोकतंत्र के इसी पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ आप सब को देता हूँ | आज गणतंत्र दिवस के इस पावन पर्व पर मै सभी बलिदानीयो एवं वीर जवानो को नमन करता हूं और हमारे देश के शुखद भविष्य की कामना करता हूं |
गणतंत्र दिवस के इस गौरवशाली मौके पर देश को समर्पित मेरी एक कविता -
हमारा भारत अमर रहे
लोकतंत्र का विसाल मन्दिर
हजारो संस्कृतियों का मेला है
तरह के लोग है यहां
दुनिया में ऐसा देश अकेला है
आओ हम सब मिलकर एक साथ कहें
हमारा भारत अमर रहे
हजारो संस्कृतियों का मेला है
तरह के लोग है यहां
दुनिया में ऐसा देश अकेला है
आओ हम सब मिलकर एक साथ कहें
हमारा भारत अमर रहे
उत्तर मे खड़ा हिमालय जिसकी पहरेदारी करता है
दक्षिण मैं हिंद महासागर जिसके पाव खाता रहता है
जिसका राष्ट्र दोस्ती रंगों का है
जहां गंगा , यमुना , सरस्वती जैसी नदीयॉ बहे है
तो आओ हम सब मिलकर एक साथ कहें
हमारा भारत अमर रहे
दक्षिण मैं हिंद महासागर जिसके पाव खाता रहता है
जिसका राष्ट्र दोस्ती रंगों का है
जहां गंगा , यमुना , सरस्वती जैसी नदीयॉ बहे है
तो आओ हम सब मिलकर एक साथ कहें
हमारा भारत अमर रहे
आओ हम नमन करें अमर शहीद के बलिदान को
हम नमन करें सीमा पर तैनात भी जवानों को
आज हमें प्रतिज्ञा करें
एक रहकर एक लय में विकास के पथ पर बड़े
आओ हम सब मिलकर एक साथ हैं
हमारा भारत अमर रहे
हम नमन करें सीमा पर तैनात भी जवानों को
आज हमें प्रतिज्ञा करें
एक रहकर एक लय में विकास के पथ पर बड़े
आओ हम सब मिलकर एक साथ हैं
हमारा भारत अमर रहे
- हरिनारायण साहू
मेरी यह कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |