नमस्कार , आप को खाने में क्या पसंद है ? रसगुल्ले , जलेबी , समोसा , आलु चाट या फिर गोलगप्पे | बहरहाल आपको खाने में जो भी पसंद हो लेकिन अब बिन खाने की चीजों पर लिखी गई कविताएं भी खूब पसंद की जाती | इस तरह की कविताओ को कुकिंग कविताएं कहते हैं |
इसलिए मैंने भी इसी से प्रेरित होकर एक खाने की चीज पर कविता लिखी है | कविता का शीर्षक है 'आलू चाट' | मुझे आशा है मेरी तरह आपको भी यह कविता बहुत पसंद आएगी -
आलू चाट
कागज के प्लेट में
खट्टे पानी के साथ
सड़क के किनारे
केले के पास
आषाढ़ की एक रात
मैं और हाथ में
आलू चाट
खट्टे पानी के साथ
सड़क के किनारे
केले के पास
आषाढ़ की एक रात
मैं और हाथ में
आलू चाट
पानी के गिरती बूंदों की टिप - टिप
चाट वाले के तवे के पीटने से
हो रही थी टिन - टिन
बगल के ठेले पर उबल रही थी चाय
मेरे आस पड़ोस वाले
खा रहे थे चाट , चाट - चाट
आलू चाट
चाट वाले के तवे के पीटने से
हो रही थी टिन - टिन
बगल के ठेले पर उबल रही थी चाय
मेरे आस पड़ोस वाले
खा रहे थे चाट , चाट - चाट
आलू चाट
मेरी ये कुकिंग कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार नयी रचनाओं के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |
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