नमस्कार , देवी लोकगीत या भक्ति लोकगीत एक ऐसी लोकगीत है जो कि कुल देवी देवताओं की पूजा के समय गायी जाती है | देवी गीत लोकगीत भी मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई राज्यों में गायी जाती है | देवी गीत लोकगीत में ईश्वर के प्रति प्रेम की प्रचुरता होती है एवं यही इस लोकगीत की विषय वस्तु भी होती है |
24 मई 2018 को मैंने एक देवी गीत लोक गीत की रचना की है जिसे मैं मां शारदा के चरणों में समर्पित करते हुए आपके सम्मुख प्रस्तुत कर रहा हूं -
देवी माई के दरबार में
चलल जायी कुआर में
चलल जायी कुआर में
ढोल नगाड़ा बाजे लागी
गली मोहल्ला साजे लागी
देवी माई के जयकारा लगाके
जब सबे भक्ता नाचे लागी
मनोकामना पूर्ण हो जायी
मईया रानी के त्यौहार में
देवी माई के.....
गली मोहल्ला साजे लागी
देवी माई के जयकारा लगाके
जब सबे भक्ता नाचे लागी
मनोकामना पूर्ण हो जायी
मईया रानी के त्यौहार में
देवी माई के.....
तब कवनो अडचन रोक न पाई
जब देवी मां के बुलावा आई
मईया के महिमा बहुत निराली
जेसे केहू पार न पाई
उ शक्ति बा देवी माई में
जउन ताकत नाबा कउनो देश की सरकार में
देवी माई के......
जब देवी मां के बुलावा आई
मईया के महिमा बहुत निराली
जेसे केहू पार न पाई
उ शक्ति बा देवी माई में
जउन ताकत नाबा कउनो देश की सरकार में
देवी माई के......
देवी माई के दरबार में
चलल जायी कुआर में
चलल जायी कुआर में
मेरी ये देवीगीत लोकगीत आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार नयी रचनाओं के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |