शुक्रवार, 15 जून 2018

जल्दी बताओ

     नमस्कार ,  यूं तो हम हर रोज बहुत सारी कविताएं पढ़ते हैं , मगर अगर आपने ध्यान दिया हो तो उन कविताओं में से कुछ ऐसी भी कविताएं होती हैं जो हमें कुछ ना कुछ सिखा देतीे हैं | इस तरह की कविताओं को अमूमन शिक्षण कविताएं कहा जाता है | यह कविताएं भी बाल कविताओं की तरह ही होते हैं |

      यहां मैं मेरी कुछ दिनों पहले लिखें इसी तरह की एक कविता आपके समक्ष प्रदर्शित करने जा रहा हूं | आप के दुलार की उम्मीद करता हूं -

जल्दी बताओ


जल्दी बताओ

दो में दो बार दो जोड़ो
फिर एक बार दो घटाओ
अब बच गया क्या ?
जल्दी बताओ ?

सत्य का विलोम असत्य
सही का विलोम गलत
तो असत्य और गलत का विलोम क्या ?
जल्दी बताओ ?

यस्टरडे मैंने बीता हुआ कल
टुमारो मैंने आने वाला कल
तो आज को कहेंगे क्या ?
जल्दी बताओ ?

    मेरी ये शिक्षण कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार नयी रचनाओं के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार | 

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