नमस्कार , मैने एक नयी गजल कहने कि कोशिश कि है गजल का मतला और कुछ शेर यू देखें कि
कलियों ने हवाओ से कह दिया
कनिजों ने बादशाहों से कह दिया
जाते जाते उसने तो कुछ नही कहा
मैने सब कुछ निगाहों से कह दिया
वो कहते रह गए बस नफरत करो
मैने मोहब्बत खुदाओं से कह दिया
दुनियां में कोई उसके जैसी है ही नही
यही सच मैने अप्सराओं से कह दिया
ये सब ने देखा तनहा ने कुछ कहा ही नही
मगर मैने सब कुछ भावनाओं से कह दिया
मेरी ये गजल अगर अपको पसंद आई है तो आप मेरे ब्लॉग को फॉलो करें और अब आप अपनी राय बीना अपना जीमेल या जीप्लप अकाउंट उपयोग किए भी बेनामी के रूप में कमेंट्र कर सकते हैं | आप मेरे ब्लॉग को ईमेल के द्वारा भी फॉलो कर सकते हैं |
इस गजल को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |
कलियों ने हवाओ से कह दिया
कनिजों ने बादशाहों से कह दिया
जाते जाते उसने तो कुछ नही कहा
मैने सब कुछ निगाहों से कह दिया
वो कहते रह गए बस नफरत करो
मैने मोहब्बत खुदाओं से कह दिया
दुनियां में कोई उसके जैसी है ही नही
यही सच मैने अप्सराओं से कह दिया
ये सब ने देखा तनहा ने कुछ कहा ही नही
मगर मैने सब कुछ भावनाओं से कह दिया
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