मंगलवार, 26 फ़रवरी 2019

मुक्तक, हमे शिकार करना आता है

    नमस्कार , आज जो भारतीय वायुसेना ने POK में आतंकवादी संगठनों के ठिकाने को 1000 किलो से ज्यादा के बम गिराकर तबाह किए हैं और बहुत भारी संख्या में आतंकवादीयो का सफाया किया है ये हमारे देश के 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद CRPF के वीर अमर जवानों को हमारे देश की सच्ची श्रद्धांजलि है | भारतीय सेना एवं वायुसेना के सम्मान में मैने ये चार मिसरे आज कहे हैं के

सब के साथ मिलजुलकर रहना भी आता है
अमन की बात कहना और सुनना भी आता है
हम मां भारती के शेर हैं हमे जो छेड़ो तो याद रखना
हमे पलटकर गीदड़ भेडियों का शिकार करना भी आता है

कुछ दिनों पहले ये चार मिसरे भी हुए थे के

हमें चैन की नींद सोना भी नहीं चाहिए
हम मां भारती के वीरों को अपना धैर्य खोना भी नहीं चाहिए
आतंकवाद , अलगाववाद और आतंकवादियों का विनाश हर कीमत पर जरूरी है
क्योंकि दुनिया में पाकिस्तान जैसा आतंकवादी मुल्ख होना भी नहीं चाहिए

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      इन मुक्तकों को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |

रविवार, 24 फ़रवरी 2019

कविता, चार पन्नों के इतर भी ज़िन्दगी है

      नमस्कार , हर वक्त हर पल ज़िन्दगी गुजरती जाती है और हम अक्सर इसे किसी किताब में किसी जीवनी में तलाशते रह जाते हैं ये हर इंसान के साथ हो रहा है बस इसी पर चंद लाइनें देख लीजिए

चार पन्नों के इतर भी ज़िन्दगी है

एक पन्ने में परिचय लिखा है
दूसरे में भूमिका है
तीसरे पन्ने ने किरदार बताया है
आखरी पन्ना आते तक
सारांश बन कर रह गयी
ये ज़िन्दगी
पल पल गुजर रही है
मगर किसी को इसकी फिक्र नही

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कविता, क्या रोज रोज वही सवाल करता है

     नमस्कार , एक बेरोजगार नव युवक जब अपनी बेरोजगारी कि समस्या से तंग आकर परेशान रहता है तो कुछ ख्याल उसके मन में यू भी आते हैं जिस तरह से मेरी कविता है

क्या रोज रोज वही सवाल करता है

क्या रोज रोज वही सवाल करता है
चल ना यार
छोड़ ना यार
मालिक बस कुछ ही लोग हैं यहां
बाकी सब किसी न किसी के नौकर हैं
तुम्हें रोज इस बात का अफसोस होता है के
तुम अभी तक किसी के नौकर नही बन पाए
कोई बात नही
तंग अपने इतने भी हालात नही
एक न एक दिन
किसी न किसी के नौकर बन ही जाएंगे
अ जो किसी के नौकर नही बन पाए
तो खुद के मालिक बन जाएंगे
अब और सोचना छोड़ ना यार
चल ना यार

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बुधवार, 20 फ़रवरी 2019

कविता, लोग ठंडी पड़ी चाय समझने लगे हैं मुझे

      नमस्कार , उम्र बढने के साथ साथ इंसान की जिम्मेदारीयां तो बढ जाती हैं मगर मन में जो बच्चा है वह बड़ा नही हो पाता मेरे ख्याल से जिसे शौक कहा जाता है | आधी गूजरी उमर और शौक के बीच कि यही रस्साकशी मेरी कविता का प्रधान भाव है | गुज़ारिश बस ये है कि अगर आप को कविता पसंद आये तो आप मेरे ब्लॉग को फॉलों जरूर करें और अपना प्यार और आशीर्वाद मुझे यू ही दतें रहें | अब आप हैं और कविता है -

लोग ठंडी पड़ी चाय समझने लगे हैं मुझे

लोग ठंडी पड़ी चाय समझने लगे हैं मुझे
अभी मेरी उम्र ही क्या है मेरी
मात्र पैंतालीस बरस
हां माना चेहरे पर थोड़ी बहुत झुर्रियां है
मगर मैं कोई साठ बरस की थोड़ी हुई हूं
मुझसे अभी और भी कई औरतें बुड्ढीयां हैं
मगर उन्हें तो अभी जवान गाय समझते हैं लोग

मुझे अब भी याद है वह मेरी माईके की गली
वह आम का पेड़
उसी पेड़ की डाली पर तो हम झूला डालते थे
और खूब झूलते थे
मैं और मेरी बचपन की सहेली तितली
मुझे अब भी अच्छा लगता है झूला झूलना
जब कभी गार्डन में जाती हूं
तो जी करता है कि झूला झूललुं
अगर मेरे बच्चे कहते हैं
झूला तो बच्चे और बुड्ढे झूलते हैं

बचपन में मुझे खिलौने बहुत अच्छे लगते थे
तब मेरे पास पूरे एक दर्जन खिलौने थे
हाथी , लंबी पूछ वाला कुत्ता ,  घोड़ा , जोकर     और भी न जाने क्या-क्या
अब भी कहीं किसी खिलौने की दुकान को
देखती हूं तो जी करता है कि
एक खिलौना खरीद लूं अपने लिए
मगर फिर यही ख्याल आता है की
खिलौने तो बच्चे खेलते हैं
और मैं तो अधेड़ उम्र की हूं
तभी तो़
लोग ठंडी पड़ी चाय समझने लगे हैं मुझे

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कविता, ये वही पुराना वाला आदमी है

     नमस्कार , आज के बदलते हुए दौर के बदलाव और रहन सहन को देखकर एक बुज़ुर्ग इंसान क्या सोचता होगा जो इस नए माहौल में खुद को असहज महसूस करता है वही मेरी इस नयी कविता का विषय है | अब और ज्यादा भूमिका न बनाते हुए सीधे सीधे कविता आपके हवाले करता हूँ |

ये वही पुराना वाला आदमी है

ये वही पुराना वाला आदमी है
जो नएपन को अपना नहीं सकता
पुराने विचारों को भुला नहीं सकता
जो इसे मिले हैं पीढ़ी दर पीढ़ी चलते रहे
अपने बुजुर्गों से
उन संस्कारों से पीछा छुड़ा नहीं सकता
बच्चे कहते हैं बड़ा जिद्दी आदमी है
जो कुछ समझता ही नहीं

ये वही पुराना वाला आदमी है
जो कभी बिना नहाए खाता नहीं
इसका दिन ही शुरू नहीं होता
जब तक प्रभु श्री राम के भजन गाता नहीं
जो अब चिढ़ता है मां को मोम कहते सुनकर
जो नएपन को धिक्कारता है
पिताजी को डैड कहते सुनकर
जिसे अब घर की बहओू का
बेहया होना अच्छा नहीं लगता
लोग कहते हैं बड़ा पागल आदमी है

ये वही पुराना वाला आदमी है
जो नएपन को अपना नहीं सकता

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सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

कविता, एक आंसू जवाब चाहता है

     नमस्कार , कल 17/02/019 को मैने एक कविता लिखी है कविता एकदम नयी है तो किसी को सुनाई भी नही है आप इसके पहले पाठक होंगे तो मै ये चाहता हूँ कि इस कविता में अगर कोई पंक्ति या शब्द आपको ऐसा लगे की इसमे बदलाव करना चाहिए तो कमेंट में मुझे जरूर बताइएगा |

एक आंसू जवाब चाहता है

एक आंसू जवाब चाहता है
क्यों बहाया मुझे इसका हिसाब चाहता है
जिसे पढ़कर सुकून का कोई लम्हा मयस्सर हो जाए
दिल ऐसा कोई किताब चाहता है
एक आंसू जवाब चाहता है

बेवजह तो कोई रोता नहीं
बिना रोए आंसू होता नहीं
क्या क्या बताऊं मैं क्या ना बताऊं मैं
मन में बहुत संका छुपी है इसके
यह कहना बेहिसाब चाहता है
एक आंसू जवाब चाहता है

यह भी कोई बात है कि बहता हूं मैं
तुम्हारा गम सबसे पहले सहता रहा हूं मैं
आज बगावत पर उतर आया है
यह करना मुझे लाजवाब चाहता है
एक आंसू जवाब चाहता है

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चार नए मुक्तक

  नमस्कार , हाल के महीनों में मेरे लिखे कुछ तिन चार मुक्तकों को समात फर्मालें हो सकता है ये किसी काम लायक हो -

                     (1)

हर खुशी हर सम्मान से ज्यादा है
मान और अपमान से ज्यादा है
भूलकर भी सड़कों पर कभी यूं न फेंकना इसे
इस झंडे की कीमत मेरी जान से ज्यादा है

                       (2)

हां ये सच है मैं टूटा जरूर हूं
मगर मुझे कांच सा बिखरना नहीं आता #
वो और लोग होंगे जो अपने रुख से पलट जाते हैं
सच बात कह कर मुझे मुंकरना नहीं आता

                       (3)

मेरे करीब से तेरा गुजर जाना भी  कयामत ढाता है
मुझे देखकर तेरा मुस्कुराना भी कयामत ढाता है
खूबसूरती इतनी है कि उफ
यूं बात-बात पर तेरा रूठ जाना भी कयामत ढाता  है

                        (4)

चांद का नूर जरा जरा सा बढ़ता जा रहा है
कोई है के पल पल दिल में उतरता जा रहा है
गुरबत और अमीरी की नाराजगी तो देखिए
तालाब दिन पर दिन सूखते जा रहे हैं समंदर है के बढ़ता जा रहा है

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शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2019

ग़ज़ल , उसकी औकात ही यही है

    नमस्कार , एक और पीठ पर कायराना हमला , एक और कभी न भरनेवाला जख्म , जी हा मै बात कर रहा हूं पुलवामा में 14 फरवरी को करीब साढे तीन बजे हुए पाकिस्तानी आतंकवादी हमले की जिसने हमारे देश की CRPF के 40 वीर जवान शहीद हो गए और बहुत बड़ी घायलों की संख्या अभी भी जिंदगी एवं मौत की जंग लड रही हैं | मेरी भगवान से यही प्रार्थना है कि इन घायलों को जल्द से जल्द स्वस्थ करदें | जब से मैने इस हमले के बारे में सुना हैं तब से मै विचलित हूं , रह रह कर वो टीवी पर देखे हुए मंजर आंखों के सामने आ रहे हैं जहां जवानों की तिरंगे मे लिपटी हुई लाशें हैं उनके परिवार के रोते बिलखते चेहरे हैं | ऐसी हर बार की अपूरणीय क्षति के बाद होता तो ये है कि हमारे देश की सियासत कुछ राहत पैकेज का ऐलान करती है मतलब ये है कि शहादत की किमत अदा करती है | मगर मै ये पुछना चाहता हूं के क्या चंद रुपये की राहत एक मां को उसका बेटा दे सकती है , एक बाप को उसके बुढापे का सहारा घर का चिराग वापस कर सकती है , एक बच्चे को उसका बाप लौटा सकती है , एक बहन को उसका भाई दे सकती है , उस पत्नी के दुःखों को कम कर सकती है जिसे आज अपने हाथों से अपनी चूडी तोडनी पर रही है अपना मंगलसूत्र उतारना पड़ रहा है | इस हमले की खबर के बाद से ही श्रद्धांजलि देने का सिलसिला सोशल मीडिया एवं देश में चल रहा है मगर मुझे ये लगता है कि जिस दिन हमारा बदला पुरा हो गया उस दिन हमारे वीर अमर शहीदों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी |

      हमारे वीर शहीद जवानें को अधुरी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मैने एक गजल लिखी है जिसे मैं आज आपके साथ साझा कर रहा हूं | मै चाहता हूँ की आपका साथ मुझे मिले |

तल्ख है मगर ये बात ही सही है
गीदड़रों की जात ही यही है

बारहा पीठ में ही मारता है खंजर
उसकी औकात ही यही है

एक एक मौत के सौदागर को मौत का तोहफा देकर पहुंचाओ जहन्नुम
आतंकवाद की बीमारी का इलाज ही यही है

कुत्ते को कुत्ता न कहें सूअर को सूअर न कहे तो और क्या कहें
कहना पड़ेगा हालात ही यही है

हिंद के एक एक दुश्मन को चुन चुन कर कुत्ते की मौत मारती है
तनहा हिंद की फौज का मिजाज ही यही है

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      इस गजल को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |

गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019

मुबारकबाद की शायरीयां, हैप्पी वैलेंटाइन हे शायरी, ईद मुबारक शायरी

     नमस्कार, आज मै आपके साथ अपनी लिखी मुबारकबाद की शायरीयों को साझा कर रहा हूं , मैने करिबन अब तक दस तरह के अलग अलग पर्व , त्योहार, जन्मदिन , नया साल आदी विषयों पर मुबारकबाद की शायरीयां लिखी है जिसे मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं | एक पोस्ट मे दो विषयों पर शायरी प्रकाशित कर रहा हूं | आपके प्यार की आशा करता हूं |

🌸🌸 हैप्पी वैलेंटाइन डे🌸🌸

प्यार करना , मगर जबरन हक मत जताना
उनका प्यार फूल है , फूलों को जरा आहिस्ता सहलाना
वह अगर तुमसे रूठ जाए , यह हक है उनका
तो तुम उन्हें मनाना , तुम भी उनसे मत रुठ जाना

नाजुक गुलाब की पंखुड़ियों को नोचकर इधर-उधर फेका जाता है
नाराजगी कभी-कभार यूं भी जताई जाती है #

वो हर छोटी मोटी बात का हिसाब करते हैं
मुझे यह समझ में नहीं आता वो प्यार करते हैं कि मजाक करते हैं

वो अक्सर पूछते रहते हैं यह तुम्हें कैसे मालूम जब मैंने बताया ही नहीं
उन्हें यह नहीं मालूम कि मुझे आंखों से चेहरे पढ़ने की आदत है

दिल की कहने से पहले उनका मिजाज भाप लेना जरूर
ठंडी बयार और लू में फर्क होता है #

मेरे करीब से तेरा गुजर जाना भी  कयामत ढाता है
मुझे देखकर तेरा मुस्कुराना भी कयामत ढाता है
खूबसूरती इतनी है कि उफ
यूं बात-बात पर तेरा रूठ जाना भी कयामत ढाता  है

चांद का नूर जरा जरा सा बढ़ता जा रहा है
कोई है के पल पल दिल में उतरता जा रहा है

नाराजगी का दायरा चाहे जो कुछ भी हो
अगर किसी से उम्र भर की दोस्ती हो जाए तो निभानी पड़ती है

तेरी एक छोटी सी झुकती हुई नजर वाली मुस्कान ने मार डाला मुझको
वरना मरना इतना भी आसान नहीं है

आज का दिन बेमिसाल है
कहो क्या ख्याल है

🌸🌸ईद मुबारक🌸🌸

खुदा की रहमत
सेवइयों की खीर मुबारक
मेरी जानिब से
आपको ईद मुबारक

इश्क में ना कभी कोई तिजारत हो
दिल से दिल का रिश्ता हो
मेरी तरफ से आपको
ईद मुबारक हो

मौसिकी का टूटा हुआ साज मत बनिए
दिल में दफना राज मत बनिए
मेरी गुजारिश है आइए आज के दिन गले मिली है
आज ईद है मोहतरमा ईद का चांद मत बनिए

मोहब्बतों को मोहब्बत की नजदीकी मुबारक
बच्चों को ईद की ईदी मुबारक
खुशियों की बारिश करे खुदा पर
आपको ईद मुबारक ईद के चांद की चांदनी मुबारक

जिंदगी में जीत मुबारक हो
चैन की नींद मुबारक हो
खुदा ने मेरे हवाले से पैगाम भेजा है आपके लिए
आपको यह ईद मुबारक हो

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मुबारकबाद की शायरीयां, हैप्पी नवरात्रि शायरी, कान्हा जन्माष्टमी शायरी

     नमस्कार, आज मै आपके साथ अपनी लिखी मुबारकबाद की शायरीयों को साझा कर रहा हूं , मैने करिबन अब तक दस तरह के अलग अलग पर्व , त्योहार, जन्मदिन , नया साल आदी विषयों पर मुबारकबाद की शायरीयां लिखी है जिसे मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं | एक पोस्ट मे दो विषयों पर शायरी प्रकाशित कर रहा हूं | आपके प्यार की आशा करता हूं |

🌸🌸हैप्पी नवरात्रि🌸🌸

पूजा का मीठा प्रसाद
सुबह शाम की माता की आरती
माता रानी आपकी हर मनोकामना पूरी करें
मेरी तरफ से आपको हैप्पी नवरात्रि

माता रानी की पूजा
भजनों से भरी रात्रि
मैया रानी घर आएंगे
हैप्पी नवरात्रि

नवीन से बड़ी कोई शक्ति है ना ही कोई सरकार
मां दुर्गा लगाएंगे सब का बेड़ा पार
भजनों से भरी शाम  में
मुबारक हो आपको नवरात्री का त्योहार

ढोलक बजाने का ताल बजाएं
आओ सब मिलकर भक्ति गीत गाएं
मैया रानी दर्शन देने आई हैं
आपको नवरात्रि की अनेकों शुभकामनाएं

सारे कष्टों की हर लेकर आई है
देवी मां दुर्गा अपने बच्चों से मिलने आई है
आओ सारे मिलकर भक्ति में मगन हो जाए
माता रानी के नौ नौ रूप लेकर नवरात्रि आई है

🌸🌸श्री कृष्ण जन्माष्टमी🌸🌸

चहल पहल और बहुत सारा माखन लाई है
घर घर धूम मचाने कान्हा की डोली आई है
मटकिया फूट गई गगरिया टूटेंगे
श्री कृष्ण जन्माष्टमी आई है

मैं हूं भक्त तेरा
मैं हूं दास तेरा
अपने भक्तों की बात सुनो
कान्हा मेरी विनती सुनो

श्री कृष्ण पर अटूट विश्वास मुबारक हो
माखन की मिठास मुबारक हो
फिर रासलीला हो गई निधिवन में
आपको जन्माष्टमी का त्योहार मुबारक हो

माखन का जोर को
गोकुल का ग्वाला है
राधा जिसकी दीवानी
वह नटखट नंदलाला है

दोनों मिलकर हो गए हैं एक नाम
जैसे सीताराम राधेश्याम

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मुबारकबाद की शायरीयां, मैरी क्रिसमस शायरी , नया साल मुबारक शायरी

    नमस्कार, आज मै आपके साथ अपनी लिखी मुबारकबाद की शायरीयों को साझा कर रहा हूं , मैने करिबन अब तक दस तरह के अलग अलग पर्व , त्योहार, जन्मदिन , नया साल आदी विषयों पर मुबारकबाद की शायरीयां लिखी है जिसे मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं | एक पोस्ट मे दो विषयों पर शायरी प्रकाशित कर रहा हूं | आपके प्यार की आशा करता हूं |

🌸🌸मैरी क्रिसमस🌸🌸

चॉकलेट की मिठास केक की मिठास मुबारक हो
सैंटा क्लॉस के गिफ्ट का इंतजार मुबारक हो
हजारों खुशियां मिले आपको जीवन
आपको क्रिसमस का त्योहार मुबारक हो

जिसका जैसा नसीब
जिसकी जैसी किस्मत
आप तो बस खुश रहिए जनाब
मैरी क्रिसमस मेरी क्रिसमस

चांद सितारों की आपको मिले तुम्हें
मेरी दुआ है आप फूलों के जैसे मुस्कुराए
दुख आपको कभी छूटे ना पाए
आपको क्रिसमस पर्व की ढेरों शुभकामनाएं

अगस्त में रक्षाबंधन
अक्टूबर में दिवाली है
नवंबर तो बीत गया
क्रिसमस लेकर दिसंबर की छुट्टियां आने वाली

🌸🌸 नया साल मुबारक🌸🌸

अब खुशियां ही खुशियां हो गम कोई ना हो
मुस्कुराती हुई सुबह के साथ आपको नया साल मुबारक हो

पुराना साल बीत गया
छोड़ दो अपने सारे फियर
ओ माय बेस्ट फ्रेंड
हैप्पी न्यू ईयर

हर ताले की चाबी लेकर आए आपके लिए
नसीब काला नहीं गुलाबी लेकर आए आपके लिए
मेरी दुआ है रब से
यह नया साल कामयाबी लेकर आया आपके लिए

आप मुस्कुराते रहे हर हाल में
गम आए बिना कभी ख्याल में
यह ख्वाहिश है मेरी खुदा से
आप मनचाही तरक्की पा जाएं इस नए साल में

आज का दिन बेमिसाल है
कहो क्या ख्याल है
हसों मुस्कुराओ खुशियां मनाओ मेरे दोस्त
आज नया साल है

आप कामयाब रहे हर हाल में
एक जवाब छिपा हो हर सवाल
कुछ यूं हो कि खुशनुमा हो
आपका हर सपना पूरा हो इस नए साल में

तितलियां जो गीत गुनगुनाए
खुशबू की जो चल रही है हवाए
आपकी खुशियों को किसी की नजर ना लगे
नए साल की आपको हजारों शुभकामनाएं

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मुबारकबाद की शायरीयां, दीवाली शायरी, रक्षाबंधन शायरी


    नमस्कार, आज मै आपके साथ अपनी लिखी मुबारकबाद की शायरीयों को साझा कर रहा हूं , मैने करिबन अब तक दस तरह के अलग अलग पर्व , त्योहार, जन्मदिन , नया साल आदी विषयों पर मुबारकबाद की शायरीयां लिखी है जिसे मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं | एक पोस्ट मे दो विषयों पर शायरी प्रकाशित कर रहा हूं | आपके प्यार की आशा करता हूं |

🌸🌸दिवाली मुबारक🌸🌸

रंगोली के जैसी आपके जीवन में सजावट हो
मिठाइयों के जैसी खुशियों में मिलावट हो
आपके चेहरे पर दिए की लौ की तरह मुस्कान बनी रहे
आपको दिवाली बहुत-बहुत मुबारक हो

आपकी आंखें कभी ना नम
आपको कभी कोई ना गम हो
यह मेरी दुआ है आपके लिए
इस दिवाली आपकी जिंदगी में उजाला ज्यादा हो अंधेरा कम हो

जो चलाएं आप वह हर मोमबत्ती जल जाए
आपके जीवन में मिठाई की मिठास घुल जाए
आज के दिन आप अपने सारे दुख दर्द भूल जाएं
इस दिवाली की आपको करोड़ों शुभकामनाएं

आपके जीवन की हर घड़ी मुस्कुराने वाली हो
हर उपलब्धि सजाने वाली हो
मेरी यह तहे दिल से दुआ है आपको
आपकी यह दोनों दिवाली हैप्पी हैप्पी वाली दिवाली हो

दिल से दिल मिलाते रहिए
हर एक गम भुलाते रहिए
रब से यही ख्वाहिश है मेरी आपके लिए
दिवाली के दीए की तरह मुस्कुराते रहिए

र🌸🌸रक्षाबंधन की शुभकामनाएं🌸🌸

थाल में आरती माथे पर चंदन
मेरी तरफ से आपको हैप्पी रक्षा बंधन

हाथ में बहन की राखी हो
ढेर सारी मिठाइयां खाए है
रब सदा सलामत रखे आपको और आपकी बहन को
आपको रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं

कलाई पर राखी माथे पर चंदन मुबारक हो
बहन भाई के पवित्र रिश्ते का अभिनंदन मुबारक हो
सदा मुस्कुराते रहें आप
आपको यह रक्षाबंधन मुबारक हो

सदा बना रहे आपके जीवन में हर्ष
आप हम आपकी बहन का गर्व
एक भीनी सी मुस्कान के साथ
मुबारक हो आपको रक्षाबंधन का पर्व

जो कभी डीगेे है ना वह ईमान हो आप
अपनी प्यारी बहन का अभिमान हों आप
खुदा आपको यह नेमत अदा करे
राखी का सम्मान हो आप

आज के दिन बहन की हर गलती को माफी है
आज रक्षाबंधन है बस यही लव्स काफी है
हर वह बहन खुश नसीब है जिसका भाई है
हर वह भाई खुश नसीब है जिसके हाथ में रखी है

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      इस मुबारकबाद की शायरीय को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |

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