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शुक्रवार, 29 जून 2018

तेवरी , देखिए

    नमस्कार ,   ऐसी कविताएं जिनका एक अलग सा तेवर होता है उन्हें ही तेवरी कहा जाता है |  तेवरी कविताएं में देखा गया है कि  यह कविताएं किसी एक विशेष भाव का बगावत करती हुई नजर आती हैं या यूं कहें कि प्रति उत्तर देती हुई नजर आती हैं |

     आज जो तेवरी मैं आपके समक्ष रखने वाला हूं वह एक आम से तेवर की कविताएं | इस तेवरी को मैंने तकरीबन हफ्ते भर पहले लिखा है -

देखिए

तेवरी , देखिए

देखिए
दरअसल कोई आदेश सूचक शब्द नहीं है
ना तो यह किसी बात का प्रतिउत्तर है
और ना ही कोई संबोधन है

देखिए एक तरीका है
जो हर किसी का अपना अपना होता है
कोई देखिए को बड़े जोर से कहता है
और कोई बड़े आस्ते से

मतलब अगर मैं यह कहूं कि
देखिए ....
सबका अपना-अपना होता है

      मेरी तेवरी के रूप में एक और छोटा सी यह कोशिस आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट के जरिए जरुर बताइएगा | अगर अपनी रचना को प्रदर्शित करने में मुझसे शब्दों में कोई त्रुटि हो गई हो तो तहे दिल से माफी चाहूंगा |  एक नई रचना के साथ मैं जल्द ही आपसे रूबरू होऊंगा | तब तक के लिए अपना ख्याल रखें  अपने चाहने वालों का ख्याल रखें | मेरी इस रचना को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया | नमस्कार

मंगलवार, 15 मई 2018

तेवरी , भारत को

      नमस्कार ,  हर एक कविता एक स्थाई भाव रखती है , चाहे वह भाव श्रृंगार रस का हो , रौद्र रस का हो , हास्य रस का हो या करुण रस का हो | रौद्र यानि क्रोध क्रोध को आम बोलचाल की सरल भाषा में तेवर कहा जाता है | इसी तेवर की पद्य साहित्य की एक विधा है  , जिसे तेवरी कहा जाता है | तिवरी का तेवर अक्सर विरोधात्मक या व्यंगात्मक होता है |

     आज कल में मैंने एक त्रिपुरी की रचना की है | मेरे द्वारा रचित तेवरी का स्थाई भाव व्यंगात्मक है | तेवरी का शीर्षक है 'भारत को' | रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत है -

भारत को

जाओ वोट नहीं देंगे
हम तुमको
जिन पर भरोसा नहीं
है हमको

तेवरी , भारत को

तुम क्या-क्या करके दिखाओगे हम जानते हैं
हम तुम्हारी नियत पहचानते हैं
मीठे मीठे भाषणों से अपने
जो तुम्हें ना जानते हो
बेवकूफ बनाना तुम उनको

हां हां अपने पास ही रखो
नंगे विकास को अपने साथ ही रखो
धोखेबाजों , मासूम जनता के गुनहगारों
चिकनी-चुपड़ी तुम्हारी बातों से
हम नहीं पिघलने वाले
क्योंकि तुम्हारी औकात मालूम है हमको

जाओ वोट नहीं देंगे
हम तुमको

      मेरी ये तेवरी आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जिए जरूर बताइएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार नयी रचनाओं के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |   

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