नमस्कार, आज ही लिखी मेरी इस गजल के कुछ शेर यू देखे कि
वही पुरानी बात है यार
आज फिर चांदनी रात है यार
तुम्हें जरा देर से समझ आएगी
ये मेरे दिल की बात है यार
शायरी सब को समझ में नहीं आती
बहोत सही बात है यार
में उसे पिछले कई वर्षों से जानता हूं
मगर मोहब्बत नयी बात है यार
तनहा तुम आज खुलकर कह दो
जो वो नही समझ रहे हैं वही बात है यार
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इस गजल को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |
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