शुक्रवार, 5 अप्रैल 2019

भोजपुरी कविता, इत मोहब्बत के उसूलबा

   नमस्कार, मोहब्बत के अहसास से भरी मैने एक भोजपुरी कविता लिखी है जिसे मैं आपके दयार में रखना चाहता हूं मुझे यकीन है के मोहब्बत करने वालों को मेरी यह कविता जरूर पसंद आएगी

इ त मोहब्बत के उसूलबा

मोहब्बत त हमरा के तोहरे से भईलबा
अगर तोहरा ला इ गुनाह होखे
त हमसे इ गुनाह भईलबा
अब चाहे हमरा के तोहर प्यार नसीब होखे
या तिरस्कार नसीब होखे
ए हो जान हमरा तोहरा मोहब्बत में
सब कुछ कबूलबा
अब चाहे जमाना हमके दिवाना कहे
या आवारा कहे
हमरा के पत्थर मारे या फुल फेके
हर सुलूक चुपचाप हरल मोहब्बत के उसूलबा
काहे की ए हो जान
मोहब्बत त हमरा के तोहरे से भईलबा

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