नमस्कार , चैत्र नवरात्र के पावन पर्व पर नव देवियो की अराधना आरती वंदना स्वल्प मेरा लिखा एक छोटा सा भजन मां के चरणों में समर्थित करता हूँ
एजी चली न किने आज कलशा बजारे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआरे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआरे
नव दिन पुजा हाम माई के करेब
माई के मनाईब पइया परेब
बेटी के अपना माई मनता पुरइहे
सरधा पुरा भगती करेब
माई कइसे ना आई जब बेटी पुकारे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआरे
माई के मनाईब पइया परेब
बेटी के अपना माई मनता पुरइहे
सरधा पुरा भगती करेब
माई कइसे ना आई जब बेटी पुकारे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआरे
भजन गाईब आरती उतारेब
माई के सेवा में दिन रात गुजारेब
देवी माई के महिमा केहु का जानी
हम त दुर्गा माई के मुरत निहारेब
ई जीवनबा माई के सहारे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआरे
माई के सेवा में दिन रात गुजारेब
देवी माई के महिमा केहु का जानी
हम त दुर्गा माई के मुरत निहारेब
ई जीवनबा माई के सहारे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआरे
एजी चली न किने आज कलशा बजारे
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआर
देवी माई अइहें काल्ह हमरा दुआर
मेरा यह भोजपुरी भजन अगर अपको पसंद आई है तो आप मेरे ब्लॉग को फॉलो करें और अब आप अपनी राय बीना अपना जीमेल या जीप्लप अकाउंट उपयोग किए भी बेनामी के रूप में कमेंट्र कर सकते हैं | आप मेरे ब्लॉग को ईमेल के द्वारा भी फॉलो कर सकते हैं |
इस भोजपुरी भजन लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें