नमस्कार , ठुमरी भारतीय शास्त्रीय संगीत में गायी जाने वाली एक शैली है | ठुमरी भारतीय शास्त्रीय संगीत के गायकों द्वारा गाई जाती है | आमतौर पर ठुमरी छोटे बंदों में निहित होती है | ठुमरी अमूमन राग भैरवी , तीली आदि रागों में गाई जाती है | अगर अन्य शब्दों में कहा जाए तो मेरे अनुसार ठुमरी एक लोकगीत है |
आज से तकरीबन एक सप्ताह पहले भर मैंने भी एक ठुमरी लिखने का प्रयास किया था | उस प्रयास को मैं आपके सामने हाजिर कर रहा हूं , आपके शुभकामनाओं की उम्मीद करता हूं -
अंखियों के तीर चलाओ ना सईयां
हम बेरी - बेरी परत हैं तोहरी पईयां
मिलने आई चोरी - चोरी से
सईयां तोहरीे जोरा जोरी से
कलाई मुरूक गई , मर गई मईयां
अंखियों के तीर चलाओ ना सईयां
हम बेरी - बेरी परत हैं तोहरी पईयां
मिलने आई चोरी - चोरी से
सईयां तोहरीे जोरा जोरी से
कलाई मुरूक गई , मर गई मईयां
अंखियों के तीर चलाओ ना सईयां
फान के आई हूं मैं अटरिया
कोरी - कोरी मेरी चुनरिया
मेरी फट गई चुनरी , हाय रे दईयां
अंखियों के तीर चलाओ ना सईयां
कोरी - कोरी मेरी चुनरिया
मेरी फट गई चुनरी , हाय रे दईयां
अंखियों के तीर चलाओ ना सईयां
अंखियों के तीर चलाओ ना सईयां
हम बेरी बेरी परत हैं तोहरी पईयां
हम बेरी बेरी परत हैं तोहरी पईयां
मेरी ये ठुमरी आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जिए जरूर बताइएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार नयी रचनाओं के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |
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