नमस्कार , लगभग महीने भर पहले मैने ये कविता लिखी थी जिसे मैं किसी व्यस्तत्ता के कारण आपसे साझा नही कर पाया था आज कर रहा हूं मुझे यकीन है कि आपको यह कविता पसंद आएगी
हिमाचल और हिमालय
हिमाचल और हिमालय
जैसे शिव और शिवालय
शिमला , मनाली कि पहाड़िया
किनौर कि शॉलें कुल्लू की टोपीया
डलहौजी का मोहक पर्यटन है
खेल स्कीइंग और पर्वतारोहन है
प्रकृति के वो अनमोल नजारे
सौन्दर्य से भरपूर नदियों के किनारे
संस्कृति का विसाल संग्रहालय
हिमाचल और हिमालय
मेरी ये कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने विचार कमेन्ट करके जरूर बताइएगा | मै जल्द ही फिर आपके समक्ष वापस आउंगा तब तक साहित्यमठ पढ़ते रहिए अपना और अपनों का बहुत ख्याल रखिए , नमस्कार |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें