पिता का मतलब हर वक्त हर पल एक नई चुनोती स्वीकार करने वाले | किसी भी परिस्थिति में अंत तक अपने कर्तव्यों को पूरा करने वाली एक प्रेरणा | बुरी तरह थका देने वाली असीमित जिम्मेदारियों के बावजूद भी चेहरे पर सुकून की मुस्कान रखते हैं | अगर किसी को जिम्मेदारी शब्द का स्वरूप माना जाए तो वह स्वरूप पिता का ही होगा | ईश्वर पूरे संसार की जिम्मेदारी निभाते हैं इसीलिए शायद परमपिता कहलाते हैं |हर पिता भी तो अपने-अपने संसार की जिम्मेदारी निभाते हैं | ईश्वर के ही तरह अपने सभी बच्चों के भले
बुरे का खयाल रखते हैं और समय-समय पर सही पथ का चुनाव करने के लिए प्रेरित करते हैं |
हर पिता का यह सपना होता है कि उनके बच्चे उनसे ज्याद सफल बने | जिंदगी के हर संघर्ष में पिता अपने बच्चों की ताकत बनते हैं | हमारी ग़लतियों पर हमें डांटकर सख्त बन जाते हैं एवं हमारी उपलब्धियों पर हमें सीने से लगाकर , हमारी पीठ थपथपाकर अपना प्यार जताते हैं |पिता अपनी जिंदगी के सभी अनुभव अपने बच्चों के साथ शाहजहां करना चाहते हैं | ताकि जीवन के हर मोड़ पर उन अनुभवों से मिली सीख का लाभ उनके बच्चों को मिल सके |
आज फादर्स डे पर मैंने अपने पिता के सम्मान में एवं दुनिया के सभी पिताओं के सम्मान में एक कविता लिखने की कोशिश की है | मैं उम्मीद करता हूं कि मेरी यह कविता आप सभी के दिलों को छू जाए
पिता सच्चाई सिखाते हैं
मासूम हाथों की नन्हीं उंगलियों को पकड़कर
नाजुक लड़खड़ाते कदमों को
चलना , दौड़ना सिखाते हैं
बच्चों को अपने कंधों पर बैठा
विविधता से भरी है यह जो दुनिया
अपने अनुभवों से बताते हैं
क्या होता है जिम्मेदार होना
कैसा हो जीवन का आईना
कभी अनदेखी चीजों का सच्चा होना
कभी - कभी देखी चीजों का झूठा होना
हर पहलू समझाते हैं
हार कर भी मन से कभी न हारना
अपने मेहनत को मान देना
अपने काम को सम्मान देना
जिंदगी का हर राज बताते हैं
पिता सच्चाई सिखाते हैं
मेरी यह कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा, कृपया ब्लागस्पाट के कमेंट बॉक्स में सार्वजनिक कमेंट ऐड करिएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |
हर पिता का यह सपना होता है कि उनके बच्चे उनसे ज्याद सफल बने | जिंदगी के हर संघर्ष में पिता अपने बच्चों की ताकत बनते हैं | हमारी ग़लतियों पर हमें डांटकर सख्त बन जाते हैं एवं हमारी उपलब्धियों पर हमें सीने से लगाकर , हमारी पीठ थपथपाकर अपना प्यार जताते हैं |पिता अपनी जिंदगी के सभी अनुभव अपने बच्चों के साथ शाहजहां करना चाहते हैं | ताकि जीवन के हर मोड़ पर उन अनुभवों से मिली सीख का लाभ उनके बच्चों को मिल सके |
आज फादर्स डे पर मैंने अपने पिता के सम्मान में एवं दुनिया के सभी पिताओं के सम्मान में एक कविता लिखने की कोशिश की है | मैं उम्मीद करता हूं कि मेरी यह कविता आप सभी के दिलों को छू जाए
पिता सच्चाई सिखाते हैं
मासूम हाथों की नन्हीं उंगलियों को पकड़कर
नाजुक लड़खड़ाते कदमों को
चलना , दौड़ना सिखाते हैं
बच्चों को अपने कंधों पर बैठा
विविधता से भरी है यह जो दुनिया
अपने अनुभवों से बताते हैं
क्या होता है जिम्मेदार होना
कैसा हो जीवन का आईना
कभी अनदेखी चीजों का सच्चा होना
कभी - कभी देखी चीजों का झूठा होना
हर पहलू समझाते हैं
हार कर भी मन से कभी न हारना
अपने मेहनत को मान देना
अपने काम को सम्मान देना
जिंदगी का हर राज बताते हैं
पिता सच्चाई सिखाते हैं
मेरी यह कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा, कृपया ब्लागस्पाट के कमेंट बॉक्स में सार्वजनिक कमेंट ऐड करिएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |
Really Nice one.... Keep it up
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