नमस्कार , आज मैं बात करना चाहूंगा एक बहुचर्चित मसले पर जैसा की आप को पता तो चल ही गया होगा की देश के एक बहुत ही जाने माने पत्रकार और रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ श्रीमान अर्नव गोस्वामी को महाराष्ट्र की मुंम्बई पुलिस के द्वारा 2018 के एक कथित आत्महत्या के लिए उकसाने के केस में गिरफ्तार कर लिया गया है | और इस केस के बारे में मुल तथ्य यह है की यह केस 2019 में बंद कर दिया गया था | खैर आप यह सोच रहे होंगे के मै आपको ये सब क्यों बता रहा हूं एवं मैं इसके बारे में क्यों लिख रहा हूं | अगर आप इसे यू देखेंगे तो यह एक सामान्य गिरफ्तारी लगेगी मगर यह इतनी सामान्य नही है |
दरहसल पिछले छ: महीने से अर्नव सर ने जिस तरह से पालघर साथुओं की लिचिंग की खबर दिखाई और महाराष्ट्र सरकार से सबाल किए फिर जिस तरह से सुशांत कि कथित हत्या के मामले में अर्नव सर ने एक एक सच्चाई दिखाई तथा पुलिस के रवैये पर सबाल उठाया एवं बालीबुड के ड्रग्स कनेक्शन को दुनियां के सामने रख दिया जिसमें बडे़ बडे़ सितारों के नाम आने लगे थे यही नही अभी हाल के ही हाथरस केस की भी सच्चाई दिखा दी तो पाकिस्तान में बैठी और देश के अंदर बैठी उन राष्ट्र विरोधी ताकतों के पेट में दर्द होना लाजमी था | यही वजह है की पहले उनपर हमला किया गया फिर 150 से ज्यादा एफआईआर की गई तब भी अर्नव सर नही रुके फिर फर्जी टीआरपी घोटाला बनाया गया मगर अर्नव सर तब भी नही रुके तो अब अन देश विरोधी और स्नातन विरोधी ताकतों ने अर्नव सर को रोकने का यह तरिका निकाला है और यह गिरफ्तारी इसी बदले की कार्यवाही का परिणाम है |
मगर उन देश विरोधी ताकतों को यह समझजाना चाहिए की अब अर्नव गोस्वामी मात्र एक शख्स नही है अब वह एक विचारधारा है बदलाव कि एक आग है और बुझाने की कोशिश में आग अक्सर भड़क जाया करती है | मैने अपने इन शेरे में अपने मन के कुछ जज्वात कहने की कोशिश की है आपकी तबज्जो चाहूंगा
मेरे गले को इतना जोर से न दबाओ सुनलो
मेरी आवाज में सारा भारत बोलता है
ऐ हुक्मरानों यू तलवार न चलाओ मुझपर
मेरी कलम की धार तुम्हारी तलवार से बेहतर है
सितमगरों एक दिन तो ये जुल्म की धार चली जाएगी
तब तुम क्या करोगे जब तुम्हारी सरकार चली जाएगी
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इन शेरों को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |
मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत आभार डॉ साहब
जवाब देंहटाएंधन्यवाद |