नमस्कार, 14 जून यानी विश्व रक्तदान दिवस के दिन मै ने एक छोटी सी कविता लिखी थी जिसे मैं आपके सम्मुख प्रस्तुत कर रहा हूं | मेरी कविता का शीर्षक रक्तदान जीवनदान के बराबर है अगर आप भी मेरे विचारों से सहमत हैं तो मुझे लगता है कि आपको यह कविता बेतहाशा पसंद आएगी
रक्तदान जीवनदान के बराबर है
भाग्य से भाग्य मिलकर ही
सौभाग्य बनाता है
जीवन ही जीवन का
जन्मदाता कहलाता है
एक बहुत पुरानी कहावत है
खून ही खून के काम आता है
हां ये सच है कि
चिकित्सक का ओहदा
भगवान के बराबर है
मगर रक्तदान जीवनदान
के बराबर है
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इन कविता को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |
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