शुक्रवार, 6 नवंबर 2020

शेरो शायरी , तब तुम क्या करोगे जब तुम्हारी सरकार चली जाएगी

    नमस्कार , आज मैं बात करना चाहूंगा एक बहुचर्चित मसले पर जैसा की आप को पता तो चल ही गया होगा की देश के एक बहुत ही जाने माने पत्रकार और रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ श्रीमान अर्नव गोस्वामी को महाराष्ट्र की मुंम्बई पुलिस के द्वारा 2018 के एक कथित आत्महत्या के लिए उकसाने के केस में गिरफ्तार कर लिया गया है | और इस केस के बारे में मुल तथ्य यह है की यह केस 2019 में बंद कर दिया गया था | खैर आप यह सोच रहे होंगे के मै आपको ये सब क्यों बता रहा हूं एवं मैं इसके बारे में क्यों लिख रहा हूं | अगर आप इसे यू देखेंगे तो यह एक सामान्य गिरफ्तारी लगेगी मगर यह इतनी सामान्य नही है |


   दरहसल पिछले छ: महीने से अर्नव सर ने जिस तरह से पालघर साथुओं की लिचिंग की खबर दिखाई और महाराष्ट्र सरकार से सबाल किए फिर जिस तरह से सुशांत कि कथित हत्या के मामले में अर्नव सर ने एक एक सच्चाई दिखाई तथा पुलिस के रवैये पर सबाल उठाया एवं बालीबुड के ड्रग्स कनेक्शन को दुनियां के सामने रख दिया जिसमें बडे़ बडे़ सितारों के नाम आने लगे थे यही नही अभी हाल के ही हाथरस केस की भी सच्चाई दिखा दी तो पाकिस्तान में बैठी और देश के अंदर बैठी उन राष्ट्र विरोधी ताकतों के पेट में दर्द होना लाजमी था | यही वजह है की पहले उनपर हमला किया गया फिर 150 से ज्यादा एफआईआर की गई तब भी अर्नव सर नही रुके फिर फर्जी टीआरपी घोटाला बनाया गया मगर अर्नव सर तब भी नही रुके तो अब अन देश विरोधी और स्नातन विरोधी ताकतों ने अर्नव सर को रोकने का यह तरिका निकाला है और यह गिरफ्तारी इसी बदले की कार्यवाही का परिणाम है | 

मगर उन देश विरोधी ताकतों को यह समझजाना चाहिए की अब अर्नव गोस्वामी मात्र एक शख्स नही है अब वह एक विचारधारा है बदलाव कि एक आग है और बुझाने की कोशिश में आग अक्सर भड़क जाया करती है | मैने अपने इन शेरे में अपने मन के कुछ जज्वात कहने की कोशिश की है आपकी तबज्जो चाहूंगा

मेरे गले को इतना जोर से न दबाओ सुनलो

मेरी आवाज में सारा भारत बोलता है


ऐ हुक्मरानों यू तलवार न चलाओ मुझपर

मेरी कलम की धार तुम्हारी तलवार से बेहतर है


सितमगरों एक दिन तो ये जुल्म की धार चली जाएगी

तब तुम क्या करोगे जब तुम्हारी सरकार चली जाएगी 

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      इन शेरों को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |


बुधवार, 4 नवंबर 2020

ग़ज़ल , हद पार प्यार कराता है

      नमस्कार , आपको करवाचौथ की हार्दीक शुभकामनाएं | इस पर्व के शुभ अवसर पर मैने एक ग़ज़ल लिखी है जिसे आपके समक्ष हाजिर कर रहा हूँ कैसी रही मुझे जरुर बताइएगा

सब्र भी यार कराता है

हद पार प्यार कराता है


ये चांद मी तेरे जैसा है

बहोत इंतजार कराता है


भुख मुझे भी लगती है

व्रत पुरा प्यार कराता है


ये मेरी चलनी का चांद

प्यार का इजहार कराता है


सारी उमर मैं सिर्फ तेरा हूँ

तनहा ये इकरार कराता है

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शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2020

ग़ज़ल , जिंदगी कठिन है,यूं बातें करने से कुछ नहीं होगा

 जिंदगी कठिन है,यूं बातें करने से कुछ नहीं होगा

जी ले जीने के लिए,यूं मरने से कुछ नहीं होगा


जिंदगी दरिया है और हमें खुद ही तैरना होगा

बना ले खुद किनारा,यूं तड़पने से कुछ नहीं होगा


एक बात याद रख,तू आसमान का बादल है

खुशी की बरसात कर,यूं गरजने से कुछ नहीं होगा


संघर्ष है जिंदगी और हमारी कठिन कहानी है

लड़ जा जिंदगी से,सिर्फ समझने से कुछ नहीं होगा


उड़ता पंछी है तू और ये आसमान सब तेरा है

तेज़ हवाए देख कर,यूं गिरने से कुछ नहीं होगा


अभी तो तेरी शुरुआत है लम्बी तेरी जवानी है

जीना सिख अब,यू मौत पकड़ने से कुछ नहीं होगा

~नवोदयन 'कान्हा'

27 अक्तूबर 2020 को 6:19 pm

शनिवार, 3 अक्टूबर 2020

ग़ज़ल , फला कहता है विकास की बहार आई है

      नमस्कार , मैने आज एक नयी ग़ज़ल लिखी है जिसे मैं अपके सम्मुख प्रस्तुत कर रहा हूँ पढ़ कर जरुर बताए की कैसी रही 

फला कहता है विकास की बहार आई है

मेरी दुआ तो उसकी नजर उतार आई है


सुनते हैं उसने कोई नया कानुन बनाया है

किसानों में गुस्से की खबरें हजार आई है


योगीजी के राज में बलात्कार होगया भाई

सियासत करने वालों की भरमार आई है


लगता है देश में गृहयुद्ध करा देंगें न्युज चैनल

ब्रेकिंग न्युज एक के बाद एक लगातार आई है


फलाने का लड़का अब पड़ता है रात भर

उस गांव में ना बिजली पहली बार आई है


सुखीया दद्दा बता रहे थे दुक्खीलाल को

इलाज मुफ्त जब से फला की सरकार आई है


तनहा एक तो चुनाव दो हार उस पर महामारी

विरोधी नेताओं की नयी पीढी़ ही बेकार आई है

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