एक नयी गीत आपके साथ साझा कर रहा हूं आपके प्यार की उम्मीद है
राम आए हैं भाई रे
जन्मभूमि में भवन बना है
भारत पर से कष्ट हटा है
सूर्यवंश का सूर्य उगा है
मैं कहता हूं सच्चाई रे
राम आए हैं भाई रे
राम आए हैं माई रे
बरस पांच सौ वनवास रहे हैं
सारे भक्त उदास रहे हैं
करोड़ो मन निराशा रहे हैं
आज मंगल घड़ियां आई हैं
मैं गाता गीत बधाई रे
राम आए हैं भाई रे
राम आए हैं माई रे
ढोल नगाड़े बाजेंगे
अवध में राम बिराजेंगे
सब हर्षित होकर नाचेंगे
राम राज्य फिर आएगा
भगवान करेंगे भलाई रे
राम आए हैं भाई रे
राम आए हैं माई रे
मेरी ये रचना आपको कैसी लगी मुझे जरूर बताएं नमस्कार
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