शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2022

ग़ज़ल , कोई नोटिफिकेसन नही मिलेगा तुमको

      नमस्कार , आज ही मैने ये ग़ज़ल लिखी है जिसे मैं आपके साथ साझा कर रहा हूं ग़ज़ल अच्छी लगे तो मुझे अपने विचारों से अवगत अवश्य करवाए |


कोई नोटिफिकेसन नही मिलेगा तुमको 

एकतरफा इश्क़ में वेरिफिकेसन नही मिलेगा तुमको 


गर किसी ने तरस खाकर किया है मुहब्बत तुमसे 

फिर वो डेडिकेसन नही मिलेगा तुमको 


जुल्फें , जज़्बात और ताल्लुकात जितना उलझाओगे 

इनका सिम्पलिफिकेसन नही मिलेगा तुमको 


गर तुम्हें अपने प्यार पे यकीन नही तो ना सही 

अब कोई जस्टिफिकेसन नही मिलेगा तुमको 


जिस्म से रूह तक बहुत सादा है तनहा 

इसका ब्यूटीफिकेसन नही मिलेगा तुमको 


    मेरी ये ग़ज़ल आपको कैसी लगी मुझे अपने विचार कमेन्ट करके जरूर बताइएगा | मै जल्द ही फिर आपके समक्ष वापस आउंगा तब तक साहित्यमठ पढ़ते रहिए अपना और अपनों का बहुत ख्याल रखिए , नमस्कार |

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