बुधवार, 28 अप्रैल 2021

कविता , सफरनामा है ज़िन्दगी

       नमन मंच  🙏 विषय - ज़िन्दगी विधा - कविता दिनांक - 23/4/2021 को मैने एक कविता की रचना की जिसे मैं आपके साथ साझा करना चाहूंगा | 

सफरनामा है ज़िन्दगी 


पहले रोने से लेकर 

अंतिम सांस तक का 

सफरनामा है ज़िन्दगी 


जिल्द पर माता पिता का 

दिया नाम लिखा है 

पहले पेज पर भूमिका में 

परिचय तमाम लिखा है 


दूसरे पन्ने पर हासिल की गई डिग्रीयां लिखी है 

अगले पन्ने पर महबूबा कि चिट्ठीयां लिखी है 


ये जो एक सादा पन्ना है 

वो टूटा हुआ सपना है 

एक भरे हुए पन्ने पर तमाम उम्र कमाई दौलत का हिसाब लिखा है 


अभी कुछ और पन्ने जोड़ने है सफरनामे में 

अरे याद आया कविता के चक्कर में नाड़ा डालना रह गया पैजामे  में 


अभी सफरनामे का लेखन कार्य बाकी है 

जब तक ये ज़िन्दगी है 

     मेरी ये कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने विचार कमेन्ट करके जरूर बताइएगा | मै जल्द ही फिर आपके समक्ष वापस आउंगा तब तक साहित्यमठ पढ़ते रहिए अपना और अपनों का बहुत ख्याल रखिए , नमस्कार |


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