रविवार, 18 जून 2017

फादर्स डे,पिता सच्चाई सिखाते हैं

फादर्स डे

    पिता का मतलब हर वक्त हर पल एक नई चुनोती स्वीकार करने वाले | किसी भी परिस्थिति में अंत तक अपने कर्तव्यों को पूरा करने वाली एक प्रेरणा | बुरी तरह थका देने वाली असीमित जिम्मेदारियों के बावजूद भी चेहरे पर सुकून की मुस्कान रखते हैं | अगर किसी को जिम्मेदारी शब्द का स्वरूप माना जाए तो वह स्वरूप पिता का ही होगा | ईश्वर पूरे संसार की जिम्मेदारी निभाते हैं  इसीलिए शायद परमपिता कहलाते हैं |हर पिता भी तो अपने-अपने संसार की जिम्मेदारी निभाते हैं | ईश्वर के ही तरह अपने सभी बच्चों के  भले बुरे का खयाल रखते हैं और समय-समय पर सही पथ का चुनाव करने के लिए प्रेरित करते हैं |

    
हर पिता का यह सपना होता है कि उनके बच्चे उनसे ज्याद सफल बने | जिंदगी के हर संघर्ष में पिता अपने बच्चों की ताकत बनते हैं | हमारी ग़लतियों पर हमें डांटकर सख्त बन जाते हैं एवं हमारी उपलब्धियों पर हमें सीने से लगाकर , हमारी पीठ थपथपाकर अपना प्यार जताते हैं |पिता अपनी जिंदगी के सभी अनुभव अपने बच्चों के साथ शाहजहां करना चाहते हैं | ताकि जीवन के हर मोड़ पर उन अनुभवों से मिली सीख का लाभ उनके बच्चों को मिल सके |

   
आज फादर्स डे पर मैंने अपने पिता के सम्मान में एवं दुनिया के सभी पिताओं के सम्मान में एक कविता लिखने की कोशिश की है | मैं उम्मीद करता हूं कि मेरी यह कविता आप सभी के दिलों को छू जाए

पिता सच्चाई सिखाते हैं

मासूम हाथों की नन्हीं उंगलियों को पकड़कर
नाजुक लड़खड़ाते कदमों को
चलना , दौड़ना सिखाते हैं

बच्चों को अपने कंधों पर बैठा
विविधता से भरी है यह जो दुनिया
अपने अनुभवों से बताते हैं

क्या होता है जिम्मेदार होना
कैसा हो जीवन का आईना
कभी अनदेखी चीजों का सच्चा होना
कभी - कभी देखी चीजों का झूठा होना
हर पहलू समझाते हैं

हार कर भी मन से कभी हारना
अपने मेहनत को मान देना
अपने काम को सम्मान देना
जिंदगी का हर राज बताते हैं
पिता सच्चाई सिखाते हैं

   
मेरी यह कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा, कृपया ब्लागस्पाट के कमेंट बॉक्स में सार्वजनिक कमेंट ऐड करिएगा | अगर अपने  विचार को बयां  करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |

शनिवार, 17 जून 2017

हादसों से खुद को सुरक्षित रखेंगे

    आम जनजीवन में सड़क परिवहन का योगदान यातायात के अन्य माध्यमों में सबसे अहम है | सड़क परिवहन का उपयोग  रेल परिवहन और हवाई परिवहन की तुलना में सबसे अधिक है | लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से देखा जाए तो सड़क परिवहन सबसे असुरक्षित यातायात का माध्यम है | एक आंकड़े के अनुसार भारत में ही हर साल लाखों लोग सड़क परिवहन में होने वाली दुर्घटनाओं में अपनी जान गवांते हैं |

   
सड़क परिवहन में होने वाले हादसों की मुख्य वजह अक्सर यातायात के नियमों का पालन करना या असावधानीपूर्वक वाहनों का संचालन करना होता है | शराब पीकर नशे की अवस्था में वाहनों का संचालन भी सड़क हादसों की मुख्य वजह बनता है | सड़क परिवहन में होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने हादसों पर लगाम लगाने के लिए यातायात के नियमों का सख्त होना भी बहुत आवश्यक है एवं प्रशासन द्वारा सख्ती से नियमों का पालन भी कराया जाना चाहिए | सड़क यातायात के कुछ मूलभूत नियम निम्नलिखित हैं -

यातायात के कुछ मूलभूत नियम

     सड़क परिवहन में होने वाले हादसों दुर्घटनाओं से बचने के लिए एवं दुर्घटना होने पर किए जाने वाले प्राथमिक कार्यों के प्रति आमजन को जागरुक बनाना भी आवश्यक है | जागरूकता के प्रयास सरकारी एवं गैरसरकारी माध्यमों के द्वारा भी  त्वरित रुप से किया जाना चाहिए | सड़क हादसों के प्रति जागरूकता की मुहिम में हिस्सा लेते हुए मैंने एक कविता लिखने की कोशिश की है | आशावादी हूं कि मेरी यह कविता आप सभी को सुरक्षित सड़क परिवहन के लिए प्रेरित करें |

हम अपनों से एक वादा करेंगे
हादसों से खुद को सुरक्षित रखेंगे


सड़क पर वाहनों से चलते समय
खुद की सुरक्षा का पूर्ण दायित्व निभाएंगे
शराब पीकर कभी वाहन नहीं चलाएंगे
यातायात के सभी नियमों का पालन करेंगे
हादसों से खुद को सुरक्षित रखेंगे

चाहे भले कितनी भी जल्दबाजी हो
पर हम संयम , धीरज धरेंगे
हम अपनों से एक वादा करेंगे
हादसों से खुद को सुरक्षित रखेंगे




भविष्य नहीं देखा किसी ने मगर
पर वर्तमान में हम अपना कर्तव्य निभाएंगे
ओवरस्पीड , ओवरलोड वाहन नहीं चलाएंगे
भले देर से दफ्तर पहुंचे
ओवरटेक करके आगे नहीं जाएंगे
सकुशल सुरक्षित घर लौटेंगे
हम अपनों से एक वादा करेंगे
हादसों से खुद को सुरक्षित रखेंगे

  
मेरी यह कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा, कृपया ब्लागस्पाट के कमेंट बॉक्स में सार्वजनिक कमेंट ऐड करिएगा | अगर अपने  विचार को बयां  करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |

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