शुक्रवार, 23 जून 2017

मुझे पहली बरसात का इंतजार है

पहली बरसात

  तपती हुई धूप जब रेत पर पड़ती है तो यूं लगता है कि जैसे प्रकृति किसी क्रोध की अग्नि में जल रही हो और यह ग्रीष्म का मौसम उसी क्रोध का परिणाम हो | इस ग्रीष्म के मौसम में पसीने से लतपथ होने पर अगर कहीं पेड़ों की ठंडी छाया मिल जाए तो यूं लगता है कि जैसे प्रियतमा आंचल हो |

  
चार महीनों की तपन के बाद जब आषाढ़ का महीना आता है तो आशाएं मुस्कुराने लगती हैं | मौसम धीरे-धीरे करवटें बदलने लगता है और सारी प्रकृति वर्षा ऋतु मौसम के पहली बरसात का इंतजार करने लगती है | जब पहली पहली बरसात होती है तो बरखा की बूंदें , सर्द हवाएं प्रियतमा के मन मे मिलन की ख्वाहिशों को बढ़ा देती है | चमकती हुई बिजलियां , गरजते हुए बादल दिल में चाहतों की अगन लगा देते हैं | बरखा ऋतु के इस मौसम में जब धरती हरियाली से सुशोभित होती है तो हर प्रियतमा यह चाहती है कि उसका प्रीतम उसके साथ रहे |

पहली बरसात

  
मौसम की पहली बरसात की अनेकों भावनाओं , यादों को समेटे हुए मैंने एक गीत लिखने की कोशिश की है | मेरी ख्वाहिश है कि मेरी यह गीत आप सभी के दिलों को छू जाए -

मुझे पहली बरसात का इंतजार है

चार माह की तपन
लगा गई मन में अगर
अब आया महीना आषाढ़ का
अब टूट गया बांध पिया मेरे सब्र और इंतजार का
अब लौट आओ वतन अगर तुम्हें मुझसे प्यार है
मुझे पहली बरसात का इंतजार है

किसके लिए खनके मेरी यह पायल
कौन लहराता मेरा प्यार से आंचल
मेरी सखियों के साजन लौट आए
कैसे मेरे मन को चैन आए
मत आना इस बार भी मेरा मरना गर तुम्हें स्वीकार है
मुझे पहली बरसात का इंतजार है

पहली बरसात

   
जब बरसात का जिक्र हो रहा है तो मुझे यकीन है कि बरसात को लेकर आप सभी के मन में भी यादों के कई दरवाजे खुल गए होंगे | कुछ खट्टे मीठी घटनाएं आपके मन में दस्तक दे रही होंगी | इस मौसम की पहली बरसात भी आने वाली है | और इस बरसात को भी हम सभी इस तरह जिए के इस बरसात कि कुछ यादों का पन्ना हमारे जिंदगी में जुड जाए |

   
मेरी यह गीत आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा, कृपया ब्लागस्पाट के कमेंट बॉक्स में सार्वजनिक कमेंट ऐड करिएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |

बुधवार, 21 जून 2017

योग अपनाएं

योग

    प्रकृति का सौंदर्य दर्शन करना हो तो हमें प्रकृति के करीब जाने की आवश्यकता होती है | हरियाली से भरा कोई भी वन प्रकृति के सौंदर्य का सजीव चित्रण करता है | अगर मानव शरीर को प्रकृति माना जाए तो योग उस वन के समान है जो आत्मा को मानव शरीर के सौंदर्य का संपूर्ण   दर्शन कराता है | भारत देश तो प्राचीन काल से ही ऋषि मुनियों  की जन्म भूमि एवं तपोभूमि रहा है | योग ही मानव जीवन को स्वस्थ एवं सुखी बनाने का मूलमंत्र है | योग का ज्ञान हमें अपने ऋषि-मुनियों से वरदान स्वरुप प्राप्त है | योग में वह शक्ति है  जिससे मानव शरीर के संपूर्ण विकारों को सरलतापूर्वक एवं सफलतापूर्वक दूर किया जा सकता है |

योग

     
योगी मन हमेशा शांति एवं सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहता है | योग के सभी आसन हमारे मन को विभिन्न परिस्थितियों में भी एकाग्रचित होना सिखाते हैंनिरंतर योग करने वाले व्यक्ति स्वस्थ एवं सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहते हैं तथा दीर्घायु जीवन जीते हैं | योग करने वाले लोग योग ना करने वाले लोगों से ज्यादा सफल एवं सुखी होते हैं क्योंकि योग ना करने वाले लोगों का अधिकांश कीमती समय एवं धन घातक बीमारियों के उपचार में व्यतीत होता हैइसीलिए अगर निरोगी जीवन जीना है तो योग कोअपनाना अत्यंत आवश्यक है |

योग

     जो लोग योग करते हैं उन्हें मैं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बहुत-बहुत बधाइयां देता हूं एवं  साथ ही जो लोग योग नहीं करते उनसे आग्रह करता हूं कि आज से ही योग करना आरंभ कर दें | याद रखें , सुबह का कुछ वक्त का योग करना आपके जीवन को सुखमय बना सकता है | अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस अवसर पर मैंने एक कविता लिखने का प्रयास किया है | मेरा अनुमान है कि यह कविता आप सबको पसंद आए -

योग अपनाएं

इस जीवन का करें सम्मान
अपने शरीर का रखें ध्यान
सुबह-सुबह करके थोड़े से योगासन
सभी विकारों को दूर भगाएं
चलो सब योग अपनाएं

प्रफुल्लित रहेगा अंतर्मन
स्वस्थ रहेगा यह जीवन
नित्य नित्य कर योग मुद्राएं
सभी बीमारियों को मार भगाएं
चलो सब योग अपनाएं
चलो सब योग अपनाएं

   
योग को अपनाकर हम अपने शरीर को स्वस्थ तो बना ही सकते हैं लेकिन यदि आपको किसी प्रकार की कोई बीमारी है तब भी आप योग की मदद से उस बीमारी से सदा के लिए निजात पा सकते हैं | किसी प्रकार की बीमारी की स्थिति में योग करने से पहले किसी योग प्रशिक्षक की सलाह लें |

योग से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए इस वेबसाइट पर लॉगइन करें http://www.precisionnutrition.com/all-about-yoga

   
मेरी यह कविता आपको कैसी लगी मुझे अपने कमेंट्स के जरिए जरूर बताइएगा, कृपया ब्लागस्पाट के कमेंट बॉक्स में सार्वजनिक कमेंट ऐड करिएगा | अगर अपने विचार को बयां करते वक्त मुझसे शब्दों में कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मैं तहे दिल से माफी चाहूंगा | मैं जल्द ही वापस आऊंगा एक नए विचार के साथ | तब तक अपना ख्याल रखें, अपनों का ख्याल रखें ,नमस्कार |

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