शनिवार, 14 मार्च 2020

गजल , हम तुम्हारे हमराज हैं जाना

    नमस्कार , मैने एक नयी गजल कहने कि कोशिश कि है गजल का मतला और कुछ शेर यू देखें कि

तुमसे मेरे राज हैं जाना
हम तुम्हारे हमराज हैं जाना

कल हम्हीं होंगे मोहब्बत निभाने के लिए
तुम्हारे सारे आशिक बस आज हैं जाना

हरदम जो सदाएं तुम सुनते हो
वो मेरे दिल के साज हैं जाना

मोहब्बत के सिवा दुनियां में कुछ भी नही
नफरत बस अल्फाज है जाना

तुम्हारा मिलना खुशनसीबी मेरी है
ये खुशियॉ तो बस आगाज हैं जाना

मोहब्बत तुम्हे है ये सब को खबर है
खामोशी भी आवाज है जाना

जब कहता है सिधे मुंह पर सच कहता है
ये तनहा का अंदाज है जाना

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हास्य व्यंग कविता , Whatsapp वाला सब देखता है

  नमस्कार , मैने एक नयी हास्य व्यंग कविता कहने कि कोशिश कि है

Whatsapp वाला सब देखता है

ऊपरवाला देखता हो चाहे ना देखता हो
Whatsapp वाला सब देखता है

कौन किसका मैसेज कॉपी कहता है
कौन किसकी तरफ से डबल टिक मरता है
एक ही मैसेज को कौन बार-बार फॉरवर्ड करता
सुबह सुबह उठकर कौन ज्ञान बघारता है
कौन किसके dp की नकल उठाता है

ऊपरवाला देखता हो चाहे ना देखता हो
Whatsapp वाला सब देखता है

कौन अपने स्टेटस में चालिस पचास फोटोस डालता है
कौन-कौन सारे ग्रुप में जाकर चुटकुले खंगालता है
कौन-कौन वीडियो कॉल मे पाउट करता है
कौन लास्ट सीन देखकर अपनी गर्लफ्रेंड पर डाउट करता है

ऊपरवाला देखता हो चाहे ना देखता हो
Whatsapp वाला सब देखता है

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हास्य व्यंग कविता , आपके केजरीवाल की दिल्ली

     नमस्कार , मैने एक नयी हास्य व्यंग कविता कहने कि कोशिश कि है

फ्री के मायाजाल कि दिल्ली
आपके केजरीवाल की दिल्ली

हवा हवाई काम हुआ है
देश में अच्छा नाम हुआ है
जनता पी रही है गंदा पानी
खुलकर सांस लेना भी हराम हुआ है

बिगड़े हुए सुर ताल की दिल्ली
आपके केजरीवाल की दिल्ली

पर्दे के पीछे खेल हुए हैं
बच्चे पहले से ज्यादा फेल हुए हैं
झोपड़ी अब भी झोपड़ी है
मगर फैसले  रेलम रेल हुए हैं

राजनीति के शतरंजी चाल कि दिल्ली
आपके केजरीवाल की दिल्ली

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गजल , उसका रुठना और मेरा मनाना लाजमी था

     नमस्कार , मैने एक नयी गजल कहने कि कोशिश कि है गजल का मतला और कुछ शेर यू देखें कि

उसका रुठना और मेरा मनाना लाजमी था
उसका दूर और मेरा पास जाना लाजमी था

पाहली मोहब्बत का पहला मौका-ए-वस्ल
उसका शर्माना और हाथ छुडा़ना लाजमी था

तमाम दुनियां कि फिक्र और जमाने का डर
उसका मुस्कुराना और घबराना लाजमी था

तनहा दिल की दशा ही कुछ ऐसी थी
उसका गाना और गुनगुनाना लाजमी था

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